Wednesday, August 8, 2018

डीएलएड का रिजल्ट 20 तक, ओएमआर शीट भरने में जो गलती की थी इसी कारण से रिजल्ट देने में देरी हो रही है

डीएलएड का रिजल्ट 20 तक, ओएमआर शीट भरने में गलती ।
08 Aug. 2018 9:40 PM
 
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- एनआइओएस को लाचारी में ओएमआर शीट की करानी पड़ी मैन्यूअल जांच
- कॉपी जांच की प्रक्रिया बदलने से हुई देर, एसएमएस से भी मिलेगी रिजल्ट की जानकारी
जागरण संवाददाता, पटना : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) डीएलएड प्रथम वर्ष का रिजल्ट 20 अगस्त तक जारी कर देगा। एनआइओएस के अध्यक्ष प्रो. चंद्रभूषण शर्मा ने बताया कि सत्र 2017-19 के पहले वर्ष में लगभग 75 फीसद अभ्यर्थी परीक्षा में सफल हुए हैं। मानव संसाधन विभाग मंत्रालय की विशेष पहल पर एनआइओएस देश के सरकारी और निजी प्रारंभिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए डीएलएड के दो वर्षीय कोर्स संचालित कर रहा है। इसमें शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थी शिक्षक हैं।
अध्यक्ष ने बताया कि अभ्यर्थियों द्वारा ओएमआर शीट ठीक से नहीं भरने के कारण मूल्यांकन कार्य पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित नहीं हो सका। लगभग 30 फीसद अभ्यर्थी मानक के अनुसार ओएमआर शीट नहीं भर सके हैं। अंक के स्थान पर शब्द और शब्द के स्थान पर अंक में विवरणी आदि अंकित कर दिए हैं। अभ्यर्थियों के भविष्य को देखते हुए मैन्यूअल मूल्यांकन का निर्णय लिया गया। इस कारण रिजल्ट में देरी हुई है। रिजल्ट की जानकारी सभी अभ्यर्थियों के मोबाइल नंबर पर मैसेज के माध्यम से दी जाएगी। इसके साथ-साथ वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। सेकेंड ईयर की परीक्षा प्रक्रिया हर हाल में अगले साल 31 मार्च तक पूरा कर लेनी है। केंद्र और संबंधित राज्यों की सरकार को जुलाई तक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची सौंप देनी है।
ब्लेड और व्हाइटनर का भी किया उपयोग

ओएमआर शीट पर एक बार विकल्प भरने के बाद उसे बदलने के लिए कई अभ्यर्थियों ने व्हाइटनर का उपयोग किया है। कई रंगे हुए गोले को ब्लेड से साफ करने का प्रयास किया है। सूत्रों के अनुसार इस तरह की ओएमआर शीट 15000 से अधिक हैं। ओएमआर शीट से छेड़छाड़ करने पर वाले अभ्यर्थियों पर एनआइओएस ने अंतिम निर्णय अभी नहीं लिया है।
12.5 लाख शिक्षकों ने कराया रजिस्ट्रेशन
डीएलएड परीक्षा में शामिल होने के लिए देश भर से 12.5 लाख से अधिक शिक्षक अभ्यर्थियों ने आवेदन दिए थे। इसमें सबसे अधिक बिहार से 2.69 लाख अभ्यर्थी हैं। अध्यक्ष ने बताया कि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के माध्यम से ही अभ्यर्थियों को सारी जानकारी दी जाएगी। द्वितीय वर्ष की प्रक्रिया रिजल्ट के बाद शुरू हो जाएगी। प्रथम वर्ष में सभी राज्यों ने परीक्षा संचालन में काफी सहयोग दिया है।
बगैर डीएलएड किए नहीं बचेगी नौकरी
मानव संसाधन विभाग मंत्रालय के अनुसार बगैर डीएलएड उत्तीर्ण शिक्षक 2019 से किसी भी सरकारी या निजी स्कूलों में अध्यापन का कार्य नहीं करेंगे। पिछले साल डीएलएड कोर्स से वंचित शिक्षकों के लिए एनआइओएस को विशेष प्रावधान के तहत दो साल में दूरस्थ माध्यम से कोर्स कराने की अनुमति दी गई थी। बगैर डीएलएड की डिग्री के सबसे अधिक 2.69 शिक्षक बिहार में ही आवेदन किए थे।
स्कूलों की जांच के लिए बनेगा छापेमारी दल
एमएचआरडी के अनुसार 31 मार्च, 2019 के बाद किसी भी प्रारंभिक स्कूल में बगैर डीएलएड कोर्स किए शिक्षक नहीं पढ़ाएंगे। इसे सख्ती से पालन कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया जाएगा। जिस स्कूल में बगैर प्रशिक्षण शिक्षक होंगे, उसके प्रबंधन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपका न्यूज एडीटर मोo वकार अली अंसारी फिर से नए अपडेट के साथ मिलेँगे धन्यवाद।।।